Ultimate Solution Hub

चर् धातुरूप By Anuradha Sharma

About press copyright contact us creators advertise developers terms privacy policy & safety how works test new features nfl sunday ticket press copyright. #धातुरूप #लकार #क्रिया | #संस्कृत व्याकरण | #sanskritधातुरूप, लकार, क्रिया | संस्कृत.

चर् धातु का गण (conjugation): भ्वादिगण (प्रथम गण – first conjugation) चर् का अर्थ: चर् का अर्थ विचरण करना, to deviate होता है। चर् के धातु रूप (dhatu roop of char) – परस्मैपदी. Cbse class 11 sanskrit धातुरूपाणि क्रिया के मूल रूप को धातु (root) कहते हैं। विभिन्न काल तथा अवस्थाओं में, तीनों पुरुषों तथा तीनों वचनों में धातु के साथ तिङ् प्रत्ययों. क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं। धातु तीन प्रकार के होते हैं परस्मैपदी, आत्मनेपदी और उभयपदी। इस कक्षा में भी परस्मैपदी धातुरूप से आपका काम चल जाएगा. धातुरूप मूल धातुओं के साथ जब ‘तिप्’ प्रत्यय जुड़ते हैं, तब धातुरूप बनते हैं । धातुएँ तीन प्रकार की होती हैं 1. परस्मैपदी धातुएँ. 2.

क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं। धातु तीन प्रकार के होते हैं परस्मैपदी, आत्मनेपदी और उभयपदी। इस कक्षा में भी परस्मैपदी धातुरूप से आपका काम चल जाएगा. धातुरूप मूल धातुओं के साथ जब ‘तिप्’ प्रत्यय जुड़ते हैं, तब धातुरूप बनते हैं । धातुएँ तीन प्रकार की होती हैं 1. परस्मैपदी धातुएँ. 2. संस्कृत धातुरूप (sanskrit root words) there are two kinds of dhatus in sanskrit. the forms of each kind is different. 1. परस्मैपदी धातु. 2. आत्मनेपदी धातु. i salute to mother. i salute to mother. धातुरूपाणि. 9 may 2020 by मधुकर शिवशंकर. लकार प्रक्रिया के द्वारा धातु से क्रियापद बनाया जाता है। यूँ तो लकार दस प्रकार के होते हैं –. लट्.

Comments are closed.